Direction kaise pata karey? in Hindi By CIVILSHAPE

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दिशा ज्ञात करने के तरीके

घड़ी द्वारा दिशा ज्ञान

यदि कोई उत्तरी अक्ष में है, तो अपनी घड़ी के घंटे की सुईं को सूर्य की ओर घुमा कर खड़े जो जाएं। घंटे और 12 बजे के बीच के कोण को अर्ध विभक्त कर जो रेखा आएगी, वह ठीक दक्षिण की ओर इशारा करेगी। यदि कोई दक्षिण अक्ष में है, तो घड़ी के 12 को सूर्य की ओर घुमा लें एवं घंटे की सुईं और 12 के बीच के कोण को विभाजित करें, तो यह रेखा उत्तर की दिशा बताएगी।

सुई द्वारा दिशा ज्ञान

एक सुईं लें। इसको किसी धागे से लटका दें और एक चुंबक, या रेशम के कपड़े के ऊपर इसकी नोक को एक दिशा में घिसें। इससे यह एक चुंबक की भांति हो जाएगी और दिशासूचक यंत्र की तरह दिशा का ज्ञान कराएगी।

चन्द्रमा द्वारा दिशा ज्ञान

यदि चंद्रमा सूर्यास्त से पहले उदय हो चुका है, तो चंद्रमा का प्रकाशयुक्त भाग पश्चिम की ओर होता है और यदि अर्द्ध रात्रि के बाद चंद्रमा उदय हुआ है, तो पूर्व की ओर होता है। इस प्रकार से रात्रि में भी पूर्व और पश्चिम दिशा का आकलन किया जा सकता है।

तारों द्वारा दिशा ज्ञान

सप्तर्षि मंडल द्वारा ध्रुव तारे को पहचान सकते हैं। यह हमेशा उत्तरी ध्रुव में दिखाई देता है और हमेशा उत्तर की ओर का दिशा ज्ञान कराता है। दक्षिणी ध्रुव में दक्षिणी क्राॅस को पहचानें। उस क्राॅस से लगभग साढ़े चार गुना लंबी एक कल्पना रेखा बना लें। वही दक्षिण दिशा है।

ओरियन तारा द्वारा दिशा ज्ञान

ओरियन तारा की पहचान के लिए आकाश में तीन चमकते हुए तारों से डमरू बना हुआ देखें। यह उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव दोनों से देखा जा सकता है क्योंकि यह सर्वदा भूमध्य रेखा के ऊपर रहता है, इसलिए यह सर्वदा पूर्व से उदय होता है और पश्चिम में छुपता है। व्यक्ति चाहे पृथ्वी पर कहीं पर भी हो, इसके उदय होने से पूर्व दिशा का ज्ञान हो जाता है।

पेड़ों द्वारा दिशा ज्ञान

पेड़ों को ध्यान से देखने पर पता चलेगा कि उनकी उत्तरी दिशा दक्षिणी दिशा से ज्यादा गीली होती है और वहां पर ज्यादा काई भी पायी जाती है। दक्षिण की ओर उनकी अधिक शाखाएं होती हैं। यह इसलिए, क्योंकि उत्तरी अक्ष में सूर्य दक्षिण दिशा में रहता है। यदि ध्यान से देखें, तो पाएंगे कि चीटियां भी अपने बिल दक्षिण दिशा की ओर बनाती हैं। यदि कोई पहाड़ी इलाके में हो, तो वह पाएगा कि दक्षिण दिशा में अधिक हरियाली और घनी घास होती है। फल भी दक्षिण दिशा में जल्दी पकते हैं। उपर्युक्त विधि द्वारा दिशा का केवल अनुमान लगा सकते हैं, लेकिन पूर्ण ज्ञान नहीं मिलता, क्योंकि कभी-कभी, वायु के कारण, उपर्युक्त तथ्यों में अंतर आ जाता है।

CIVILSHAPE ADMIN

Er. Priyanshu Gandhi (Admin) has vast experience in Post Tensioning/ Stay Cable Systems for Pre-cast and In-situ infrastructure, Metro rail, Bridges, Buildings. He has driven efficiency, safety compliance and timely Project delivery over the last 7 years.

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